नमस्ते यीशु ने एक असाधारण और अद्भुत बात कही , “परमेश्वर के लिए सब कुछ सम्भव है” (मत्ती 19:26)। परमेश्वर के लिए सब कुछ संभव है। फिर भी हममें से कई लोग सोचते हैं कि कुछ चीज़ें परमेश्वर के लिए असंभव हैं। हम सोचते हैं कि ईश्वर केवल हमारे जैसे लोगों के माध्यम से ही […]
यीशु ने प्रेम के विषय में क्या कहा?
नमस्ते यीशु ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात जो हमें करनी चाहिए वह है परमेश्वर से प्रेम करना और दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें दूसरों से प्रेम करना चाहिए। (मरकुस 12:28-31; मत्ती 22:35-40; लूका 10:25-28)। इसलिए, सबसे महत्वपूर्ण बात जो हमें करनी चाहिए वह है प्रेम। यीशु ने कहा कि हमें परमेश्वर […]
क्या यीशु ने कहा कि वह परमेश्वर है? हाँ! इसलिए… क्या वह पागल था?
नमस्ते क्या यीशु ने कहा कि वह परमेश्वर है? हाँ। और उसने यह भी कहा कि वह परमेश्वर का पुत्र है, चिरप्रतीक्षित मसीहा है, और (इसके लिए प्रतीक्षा करें) ब्रह्माण्ड में सर्वोच्च अधिकारी है! तो क्या वह पागल था? क्या यीशु ने कहा कि वह परमेश्वर है? हाँ। […]
यीशु ने अपने शब्दों के बारे में क्या कहा?
नमस्ते यीशु ने कहा कि उसके शब्द सीधे परमेश्वर की ओर से आते हैं। और उन्होंने यह बात सिर्फ एक बार नहीं कही: “मेरा उपदेश मेरा नहीं, वरन मेरे भेजनेवाले का है।” (यूहन्ना 7:16) “…जिसने मुझे भेजा है वह सच्चा है, और जो कुछ मैंने उससे सुना है, वही मैं जगत को बताता हूँ।” (यूहन्ना […]
परमेश्वर ने दो बार कहा कि यीशु उसका पुत्र है।
नमस्ते दो अवसरों पर, मानवीय गवाहों ने परमेश्वर को ऐसी आवाज़ में बोलते हुए सुना जिसे वे समझ सकते थे, जिससे यह पुष्टि हुई कि यीशु उसका पुत्र था। इनमें से पहला अवसर यीशु का बपतिस्मा था। मत्ती, मरकुस और लूका में यह लिखा है: …अचानक उसके लिये स्वर्ग खुल गया और उसने परमेश्वर के […]